नवगठित छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक इकाइयां एवं उसका विकास


     छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर 2000 को देश के 26 वें राज्य के रूप में हुआ है।  इस के संदर्भ में हमने पहले भी अध्ययन कर लिया है।अभी पढ़े  छत्तीसगढ़ राज्य का गठन  


छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति एवं उसका विस्तार

  • छत्तीसगढ़ राज्य 17046'  उत्तरी अक्षांश से 240 05' उत्तरी अक्षांश तक तथा 800 15' पूर्वी देशांतर से 84024'   पूर्वी देशांतर के मध्य है।  छत्तीसगढ़ का कुल क्षेत्रफल  2011 की जनगणना अनुसार 135192 किलो मीटर वर्ग वही 2001 की जनगणना के अनुसार 135191 किलोमीटर वर्ग है। 
  • छत्तीसगढ़ का भूभाग देश के कुल क्षेत्रफल का 4.11% है।  क्षेत्रफल की दृष्टि से छत्तीसगढ़ का देश में 9 वां  स्थान है ( स्त्रोत आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15 ) |  
  • छत्तीसगढ़ देश की दक्कन पठार से लगे प्रायद्वीपीय पठार के अंतर्गत आता है। इसकी आकृति सी हॉर्स के समान है इसकी कोई भी सीमा समुद्र तट को नहीं लगती अतः छत्तीसगढ़ एक भू आवेष्ठित राज्य है। 
  • किसी दूसरे देश के साथ भी यह अपनी सीमा साझा नहीं करती है।  छत्तीसगढ़ अपने 7  पड़ोसी राज्यों से अपनी सीमा साझा करती है 2 जून 2014  (तेलंगाना के निर्माण से पूर्व ) इसकी पड़ोसी राज्यों की संख्या 6 थी।  


 छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक इकाइयां

         छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के साथ इसकी निम्नलिखित प्रशासनिक इकाइयां थी जिसमें 3 संभाग रायपुर बिलासपुर बस्तर , 16 जिले , 96 तहसील एवं 146 विकासखंड सम्मिलित थे। प्रदेश की राजधानी रायपुर को बनाया गया तथा बिलासपुर में उच्च न्यायालय की स्थापना की गई जिसका क्रम देश के उच्च न्यायालय में 19 वा है।  

        भारत की मानक समय रेखा अर्थात 82 डिग्री 30 मिनट देशांतर छत्तीसगढ़ के 6 जिलों से होकर गुजरती है जो क्रमशः  कोरिया कोरबा जांजगीर चांपा बलौदाबाजार-भाटापारा महासमुंद एवं गरियाबंद जिले हैं।

छत्तीसगढ़ के संभाग जिले एवं उनका विकास 

राज्य संभागों में बटा हुआ है जिसके प्रमुख संभागायुक्त होते हैं जिससे जिलों पर नियंत्रण रखा जाता है अप्रैल 2008 तक छत्तीसगढ़ में 3 संभाग रायपुर बिलासपुर एवं बस्तर थे। 2008 में बिलासपुर संभाग को अलग कर सरगुजा संभाग बनाया गया।  15 अगस्त 2013 को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने दुर्ग को संभाग बनाने की घोषणा की थी।  रायपुर से अलग करके दुर्ग को पांचवा संभाग बनाया गया।  छत्तीसगढ़ में वर्तमान समय में 5 संभाग हैं जो है रायपुर , बिलासपुर , बस्तर , सरगुजा एवं दुर्ग ।


संभाग वार जिले  


  1. सरगुजा संभाग (5 जिला ) -  सरगुजा ,सूरजपुर , बलरामपुर - रामानुजगंज ,कोरिया , जशपुर , (मनेंद्रगढ़ कोरिया जिले से पृथक नया जिला प्रस्तावित)
  2. बिलासपुर संभाग (6 जिले ) -  बिलासपुर , कोरबा , रायगढ़ , गौरेला-पेंड्रा-मरवाही , मुंगेली , जांजगीर चांपा (सक्ति नया जिला जांजगीर चांपा से पृथक होकर प्रस्तावित) 
  3. रायपुर संभाग (5 जिले) - रायपुर , धमतरी , महासमुंद , गरियाबंद , बलोदाबाजार, 
  4. बस्तर संभाग (7 जिले) - बस्तर , दंतेवाड़ा , कांकेर , बीजापुर , नारायणपुर , सुकमा  , कोंडागांव।  
  5. दुर्ग संभाग (5 जिले) - दुर्ग, राजनांदगांव , बालोद , कवर्धा , बेमेतरा , (मोहला मानपुर नया जिला राजनांदगांव जिले से पृथक होकर प्रस्तावित ) 

छत्तीसगढ़ के जिलों की निर्माण वार सूची 

क्रमांक         जिलों का नाम             मुख्यालय             निर्माण वर्ष         मात्र जिला                    
  1.             रायपुर                       रायपुर                    1861  
  2.             बिलासपुर                  बिलासपुर                 1861
  3.             दुर्ग                           दुर्ग                         1906
  4.             रायगढ़                      रायगढ़                    1948 
  5.             बस्तर                       जगदलपुर                1948
  6.             सरगुजा                     अंबिकापुर               1948
  7.             राजनांदगांव                राजनांदगांव            1973                दुर्ग
  8.             कांकेर                       कांकेर                   1998                बस्तर
  9.             दंतेवाड़ा                     दंतेवाड़ा                 1998                बस्तर
  10.             कोरिया                      बैकुंठपुर                1998                 सरगुजा
  11.             जशपुर                       जशपुर नगर          1998                 रायगढ़
  12.             कोरबा                       कोरबा                  1998                 बिलासपुर
  13.             जांजगीर-चांपा             जांजगीर-चांपा       1998                 बिलासपुर
  14.             धमतरी                       धमतरी                1998                 रायपुर
  15.             महासमुंद                     महासमुंद             1998                 रायपुर
  16.             कबीरधाम                    कवर्धा                1998                 राजनांदगांव ,बिलासपुर
  17.             नारायणपुर                   नारायणपुर          2007                 बस्तर
  18.             बीजापुर                       बीजापुर              2007                दंतेवाड़ा 
  19.             बालोद                         बालोद                2012                दुर्ग 
  20.             गरियाबंद                      गरियाबंद            2012                रायपुर
  21.             मुंगेली                          मुंगेली                2012                बिलासपुर
  22.            बेमेतरा                          बेमेतरा              2012                 दुर्ग
  23.            सुकमा                          सुकमा               2012                दंतेवाड़ा
  24.            बलरामपुर-रामानुजगंज     बलरामपुर          2012                सरगुजा
  25.            बलौदाबाजार-भाटापारा     बलोदाबाजार      2012                रायपुर
  26.            सूरजपुर                         सूरजपुर           2012                सरगुजा
  27.            कोंडागांव                        कोंडागांव         2012                बस्तर
  28.            गौरेला-पेंड्रा-मारवाही        गौरेला             10/02/2020      बिलासपुर 
               4 नए जिले मोहला-मानपुर राजनांदगांव जिले से पृथक होकर प्रस्तावित , सक्ति जांजगीर-चांपा से पृथक होकर  प्रस्तावित सारंगढ़-बिलाईगढ़ रायगढ़ जिले से पृथक होकर प्रस्तावित मनेंद्रगढ़ कोरिया जिले से पृथक होकर प्रस्तावित है। 

स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2021) को  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा छत्तीसगढ़ में उपरोक्त प्रस्तावित 4 नए जिलों के गठन की घोषणा की गई थी। 

छत्तीसगढ़ में नवीन तहसील


     छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जन सुविधा के लिए राज्य के 15 जिलों में 23 नई तहसील का गठन किया गया है जो राजपत्र में दिनांक 11 नवंबर 2020 को जो सिंचित हो गया है नवीन गठित तहसीलों में लालपुर थाना (मुंगेली) सबसे बड़ी तहसील एवं गादिराज (सुकमा) सबसे छोटी तहसील है।  प्रदेश में पूर्व में 146 तहसील थी राज्य गठन के समय 96 थे बाद में फिर 149 हुई वर्तमान छत्तीसगढ़ में 177 तहसीलें हैं।  छत्तीसगढ़ में नवीन तहसीलों में -
  • बिलासपुर - सकरी ,रतनपुर बेलगहना 
  • जांजगीर-चांपा - सारागांव , बाराद्वार, बम्हानीडीह 
  • रायपुर - खरोरा ,गोबरा-नवागांव 
  • दुर्ग   - भिलाई-3, बोरी 
  • बलरामपुर-रामानुजगंज - रामचंद्रपुर, सामरी 
  • धमतरी - भखारा 
  • राजनांदगांव  - गंडई 
  • बालोद - अर्जुंदा 
  • मुंगेली -  लालपुर थाना 
  • सरगुजा - दरीमा  
  • कोरिया - केल्हारी 
  • सूरजपुर - लटेरी  
  • जशपुर - सन्ना  
  • कोरबा -  दर्री , हरदीबाजार 
  • सुकमा  -  गादीरास 


छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती राज्य एवं उससे संलग्न जिले 

  1. उत्तर प्रदेश - बलरामपुर 
  2. झारखंड - जशपुर बलरामपुर 
  3. ओडिशा - जशपुर रायगढ़ महासमुंद गरियाबंद धमतरी कोंडागांव बस्तर सुकमा 
  4. आंध्र प्रदेश - सुकमा 
  5. तेलंगाना - सुकमा बीजापुर 
  6. महाराष्ट्र - बीजापुर नारायणपुर कांकेर राजनांदगांव 
  7. मध्यप्रदेश - राजनांदगांव कवर्धा मुंगेली मुंगेली कोरिया सूरजपुर एवं बलरामपुर 
    छत्तीसगढ़ के निम्न 9 जिलों की सीमा किसी भी राज्य से नहीं लगती जो है सरगुजा कोरबा जांजगीर चांपा बलोदा बाजार रायपुर बेमेतरा दुर्ग बालोद दंतेवाड़ा एवं बिलासपुर।  छत्तीसगढ़ के 18 जिलों की सीमाएं अन्य राज्यों से लगी हुई है।  

3 राज्यों से संलग्न जिला

  1.  बलरामपुर-रामानुजगंज - झारखंड उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश से अपनी सीमा साझा करता है 
  2. सुकमा - ओडिशा , आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के साथ अपनी सीमा साझा करता है 

2 राज्यों से संलग्न जिले

  1. राजनांदगांव - मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र 
  2. बीजापुर - महाराष्ट्र एवं तेलंगाना 
  3. जशपुर - ओडीशा झारखंड 
  • छत्तीसगढ़ की सबसे लंबी अंतर्राज्यीय सीमा ओडिशा से लगती है।  
  • छत्तीसगढ़ की सबसे छोटी अंतर्राज्यीय सीमा आंध्र प्रदेश से लगती है। 
  • छत्तीसगढ़ की सबसे छोटी अंतर्राज्यीय सीमा वाला जिला धमतरी है जो ओडिशा से अपनी सीमा साझा करती है। 



 छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतीक चिन्ह 

    छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 4 सितंबर 2001 को राज्य के प्रतीक चिन्ह को अपनाया गया।  छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतीक चिन्ह छत्तीसगढ़ के बीच सुरक्षित विकास की अदम में आकांक्षा को दर्शाता गोलाकार चिन्ह जिसके मध्य में भारत का प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ जिसके दृश्य मान 3  शेर एवं आदर्श वाक्य सत्यमेव जयते धान की सुनहरी बालियां एवं समृद्धि का प्रतीक नदियां प्रदर्शित है। 



  राजकीय पशु

  राजकीय पशु  के रूप में वन भैंसे जिसका वैज्ञानिक नाम बुबैलस बुबैलिस है को जुलाई 2001 में अपनाया गया नर भैंसों को अरना और मादा वनभैंसे को अरनी कहा जाता है।  यह छत्तीसगढ़ में इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान कुटरू अभयारण्य एवं उदंती अभ्यारण क्षेत्र में पाए जाते हैं। 


 

राजकीय पक्षी 

     छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पहाड़ी मैना को राजकीय पक्षी के रूप में अपनाया गया है इसका वैज्ञानिक नाम  ग्राइकुला रेलगीसिया  पेनिनसुलारीस है।  यह पक्षी मुख्यता बस्तर ,दंतेवाड़ा ,बीजापुर , नारायणपुर , जगदलपुर  , कांगेर घाटी जैसे क्षेत्रों में देखने को मिलती है।  यह एक अत्यंत दुर्लभ पक्षी है। 



राजकीय वृक्ष 

   राजकीय वृक्ष के रूप में साल या शोरिया रॉबस्टा को अपनाया गया है। राज्य के वनों में साल वृक्ष की विविधता एवं बहुतायत में देखने को मिलती है।  संपूर्ण राज्य के वन क्षेत्र के एक तिहाई भाग में साल के वृक्ष पाए जाते हैं। बस्तर को साल वनो का द्वीप भी कहा जाता है। 



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